toll plaza new Rule: यह अत्याधुनिक टोल प्लाजा पूरी तरह से स्वचालित होगा, जिसमें सेंसर और हाई-रेजोल्यूशन कैमरे होंगे। टोल पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं होगा, लेकिन फास्टैग के जरिए टोल की रकम अपने आप कट जाएगी। देश के पहले बिना बूथ वाले टोल प्लाजा झिंझौली पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक नई सुविधा शुरू की जा रही है।
इस टोल प्लाजा पर वाहनों के प्रकार के अनुसार अलग-अलग दरें तय की गई हैं। सोनीपत से बवाना तक 29 किलोमीटर के सफर पर आपको सिर्फ ₹65 का टोल चुकाना होगा। इसके अलावा अन्य वाहनों के लिए भी टोल दरें इस प्रकार तय की गई हैं:
वाहन का प्रकार टोल शुल्क (₹)
कारें और छोटे वाहन 65
मिनी बसें और हल्के वाणिज्यिक वाहन 105
दो एक्सल वाणिज्यिक वाहन 225
जैसे ही वाहन टोल प्लाजा पर पहुंचते हैं, सेंसर सक्रिय हो जाते हैं और बूम बैरियर स्वचालित रूप से उठ जाते हैं, जिससे वाहन बिना रुके आसानी से गुजर जाते हैं। फास्टैग सही से काम नहीं करने पर भी सैटेलाइट के जरिए वाहन की जानकारी ले ली जाएगी और वाहन मालिक के बैंक खाते से टोल राशि काट ली जाएगी।
इस नए सिस्टम के शुरू होने से यात्रियों का समय बचेगा. सोनीपत से बवाना की दूरी अब सिर्फ 20 मिनट में तय होगी, जबकि पहले इस सफर में 1 घंटे का समय लगता था। दिल्ली-आईजीआई एयरपोर्ट की दूरी 70 किमी है, जिसे अब 1 घंटे से भी कम समय में तय किया जा सकता है।
झिंझौली टोल प्लाजा की इस नई तकनीक आधारित प्रणाली से न केवल टोल टैक्स संग्रहण आसान होगा, बल्कि यातायात की गति में भी सुधार होगा। यह प्रणाली जापान और सिंगापुर जैसे देशों की तर्ज पर तैयार की गई है और दिसंबर 2024 से पूरी तरह से चालू हो जाएगी